पूरे परिवार पर दर्ज है चार सौ बीस का केस
विशेष प्रतिनिधि
कांग्रेस के पूर्व विधायक स्वरुपचंद जैन के भाई और पूर्व राविप्रा अध्यक्ष विमल जैन के कारमानों के किस्से थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। विमल जैन के बेटों ही नहीें उनकी बेटी के खिलाफ भी चार सौ बीस का मामला दर्ज किया जा चुका है। रवि भवन में दुकान बेचने के मामले के अलावा इस परिवार के खिलाफ इनोवा कार व वर्कशाप की एजेंसी देने के मामले में भी चार सौ बीस का केस दर्ज है।
छत्तीसगढ़ के जैन समाज में अपनी प्रतिष्ठा और राजनैतिक रसूख के रुप में चर्चित इस परिवार के कई सदस्यों पर लेन देन को लेकर धोखाधड़ी करने के मामले जिस तरह से सामने आ रहे है वह हैरान कर देने वाला है। धोखाधड़ी के मामले सामने आने से इस परिवार की प्रतिष्ठा को धक्का तो लगा ही है बाजार में भी साख पर दाग लगा है और कहा जा रहा है कि कई लोग अब इस परिवार से दूर भागने लगे हैं।
अर्जुन वासवानी को दुकान बेचने के मामले में धोखाधड़ी करने वाले विमल जैन उनके पुत्रों के बारे में कहा जाता है कि वे बाजार से कई लोगों से लाखों-करोड़ों उधारी लिये बैठे है जिसे चुकाया नहीं जा रहा है तो अनिल नचरानी का मामला भी कोर्ट के दरवाजे पर है। इसके अलावा इनोवा कार और वर्कशाप की एजेंसी देने के नाम पर दिग्विजय सिंह बाली के साथ धोखाधड़ी करने का मामला भी पुलिस ने दर्ज किया है। इस मामले में विमल जैन की बेटी वर्षा जैन को भी आरोपी बनाया गया है। बताया जाता है कि वर्षा अर्थकान के नाम से की गई धोखाधड़ी में वर्षा कंपनी की प्रोपराईटर है और पीडि़त के अनुसार वर्षा ने ब्याज सहित रकम लौटाने का वादा भी किया था। इस पूरे प्रकरण में वैभव और वरुण के खिलाफ भी चार सौ बीस का प्रकरण दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि हिर्री पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई कर मामला कोर्ट के सुपुर्द कर दिया है जहां से आरोपी जमानत पर हैं हालांकि वर्षा जैन पहली बार तब चर्चा में आई जब केबीसी के रायपुर आडिशंस में उनके इंडिरियल डिजाईन का काम किया। सूत्रों की माने तो इस प्रकरण को समाप्त करने के लिए समझौते की कोशिश भी की जा रही है।
सूत्रों की माने तो जिस तरह से विमल जैन उनके दोनों बेटों और बेटी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। इस तरह के कई और मामले भी है। पिछले अंक में हमने बाजार से पैसा लेकर नहीं देने का मामला प्रकाशित किया था इसके बाद कई और लोगों ने हमसे संपर्क कर अपने साथ हुए धोखाधड़ी की खबर दी है। इनमें से कई लोग पैसा वापसी की उम्मीद में पुलिस तक नहीं पहुंचे हैं। ऐसे लोगों का कहना है कि पुलिस तक मामला पहुंचने के बाद मामला कोर्ट न्यायालय में पहुंच जायेगा जहां न्याय मिलने में समय लग सकता है। बहरहाल पूर्व विधायक स्वरुपचंद जैन के भाई विमल जैन के किस्से थमने का नाम नहीं ले रहा है देखना है कि इस मामले को लेकर और क्या कुछ होता है।
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