मंगलवार, 19 फ़रवरी 2019

दहेजलोभी पति को सजा दिलाना ही ध्येय...


भाठापारा के नेहा मंधानी ने और उसके परिवार ने सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस घर में वह रानी बनकर जा रही है वहां उसकी जिन्दगी किसी नौकरानी से भी बदतर बना दी जायेगी। सिर्फ 20 लाख के लिए प्रताडऩा के इस दौर में नेहा एक एक दिन किस तरह काटी वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है इसके बाद भी वह अपनी बेटी की खातिर हर समझौते को तैयार थी लेकिन जब समाज और पुलिस काउसिलिंग में भी बात नहीं बनी तो वह रिपोर्ट लिखाने मजबूर हुई। लेकिन पति अब भी फरार है।
भाटापारा की नेहा की शादी 17 जनवरी 2016 को रायपुर स्थित राजेन्द्र नगर निवासी सुमीत थावानी से हुई। सुमीत घर का इकलौता पुत्र है और पंडरी में इनका किड्स वेयर के नाम से दुकान संचालित है। शादी रायपुर में ही हुई और लड़की वालों ने बेटी की खुशी के लिए जो कुछ बन सकता था खुशी खुशी दिये। लेकिन शादी को अभी एक माह भई नहीं बीते थे कि नेहा को मायके से 20 लाख रुपये लाने कहा गया। इस बात को लेकर ताना दिया जाने लगा और जब मानसिक प्रताडऩा के बाद भी नेहा टस से मस नहीं हुई तो फिर शारीरिक प्रताडऩा का दौर शुरु हुआ। इस दौर में ससुर गिरीश, सास रेखा और ननद गुंजन भी शामिल हो गई। नेहा के मुताबिक सुमित आये दिन शराब के नशे में आता और पैसे की मांग कर मारपीट करता और मायके में शिकायत करने पर प्रताडऩा और बढ़ जाता। शादी के दस माह बाद तो उसे घर से निकाल दिया गया जबकि इस दौरान वह गर्भवती थी।
इसके बाद सामाजिक बैठकों का दौर चला और जब समाज का दबाव भी काम नहीें आया तो थाने का दरवाजा खटखटाया गया। करीब पांच काउंसिलिंग हुई लेकिन सुमित और उसका परिवार टस से मस नहीं हुआ तब 5 दिसम्बर को दहेज प्रताडऩा की रिपोर्ट लिखी गई और सुमित तथा उसके माता पिता और बहन को आरोपी बनाया गया।
बताया जाता है कि थाने में रिपोर्ट तो लिख ली गई लेकिन आरोपियों से पैसे खाकर फरार बता दिया गया। पुलिस की लापरवाही के चलते मुख्य अभिुक्त सुमित फरार है और थाने में सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। पत्रकारवार्ता में नेहा ने बताया कि सुमित अब भी अग्रिम जमानत लेने की कोशिश में लगा है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें